दुनिया में बढ़ती असमानता को लेकर चिंता !
दुनिया में बढ़ती असमानता को लेकर चिंता !
विश्व में बढ़ती असमानता के बारे में चिंतित होना एक बहुत ही संवेदनशील विषय है। इस असमानता के कारण दुनिया के अधिकांश लोग अपने अधिकांश जीवन को गुजारते हैं। असमानता के लक्षणों के बीच अंतर न केवल देशों अपितु अंतर व्यक्ति-व्यक्ति के बीच भी होते हैं।
असमानता के कारण, समाज में विभिन्न वर्ग व वर्गों का निर्माण होता है। जहां कुछ लोग संपत्ति, सामूहिक संपत्ति, शिक्षा और स्वास्थ्य आदि में सुख-सुविधाओं का लाभ उठाते हैं तो दूसरी ओर अधिकांश लोग गरीबी, असहायता और असमानता से जूझते हुए जीवन जीते हैं। इससे सामाजिक और आर्थिक तनाव होता है, जिसका सीधा प्रभाव देश की विकास गति पर पड़ता है।
विश्व में असमानता का एक और बड़ा कारण अमीर-गरीब दो विशाल ब्लॉकों के बीच की बढ़ती असमानता है। अमीर देशों की बढ़ती शक्ति, उनकी तकनीकी विकास एवं उनके वित्तीय बजट की शक्ति के कारण अधिकांश देश असमानता का शिकार होते जा रहे हैं। इससे उन देशों का विकास रुक जाता है जो पहले से ही गरीब होते हैं और उनमें असमानता और गरीबी और बढ़ जाती है।
इस असमानता को दूर करने के लिए समाज को एकता की ओर ले जाने की आवश्यकता है। समाज में सभी वर्गों को समान अवसरों और सुविधाओं की पहुंच देनी चाहिए। शिक्षा, स्वास्थ्य और सामूहिक संपत्ति के समान वितरण के लिए उचित नीतियों को लागू करना जरूरी है। अधिक से अधिक लोगों को अपने सामाजिक और आर्थिक हकों की जानकारी देनी चाहिए ताकि वे इन हकों का उचित उपयोग कर सकें।
समाज में असमानता को दूर करने के लिए सरकारों को भी उचित कदम उठाने चाहिए। सरकारों को देश की विकास गति में सबके लिए समान अवसरों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए कठिन निर्णय लेने होंगे। इसके लिए सरकारों को गरीबी को दूर करने के लिए विभिन्न योजनाएं लागू करनी होंगी।
हाँ, यह सही है कि असमानता एक समाज के लिए बड़ी समस्या होती है। यह समाज में बढ़ती गरीबी को भी बढ़ाती है और उन लोगों के विकास को रोक देती है जो पहले से ही कमजोर होते हैं।
समान अवसरों और सुविधाओं की पहुंच सभी वर्गों को देने से समाज में असमानता कम हो सकती है। इसके लिए शिक्षा, स्वास्थ्य और सामूहिक संपत्ति जैसे क्षेत्रों में अधिक निवेश करना जरूरी है। सरकार को गरीबी को दूर करने और समान विकास के लिए उचित नीतियों को लागू करना चाहिए।
समाज के लोगों को अपने सामाजिक और आर्थिक हकों के बारे में जागरूक करना भी बहुत महत्वपूर्ण है। इससे वे अपने हकों का उचित उपयोग कर सकते हैं और असमानता के खिलाफ लड़ने में सक्षम होते हैं।
इस समस्या को हल करने के लिए समाज, सरकार और व्यक्तियों को मिलकर काम करना चाहिए। समानता और गरीबी कम करने के लिए विभिन्न कदम उठाए जाने चाहिए जो समाज को समृद्ध और उन्नत बनाने में मदद करें।
Jay hind
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